7 Mistakes That Can Destroy Your Student Life in hindi
14 से 22 साल ,यह वह age होती है जिसमें हम सबसे ज्यादा सीखते हैं। सबसे ज्यादा गलतियां भी करते हैं। हमारी लाइफ की यही age decide करती है कि हमारा फ्यूचर कैसा होगा। स्टूडेंट लाइफ को हमारी लाइफ का सबसे इंपॉर्टेंट पार्ट माना जाता है ।ओर लाइफ कि इस इंपॉर्टेंट पार्ट में ही 90% स्टूडेंट्स ऐसी गलतियां करते हैं जो उनके फ्यूचर को affect करती है। यह मिस्टेक कितनी कॉमन हो चुकी है कि मोस्टली स्टूडेंट इशे मिस्टेक कंसीडर भी नहीं करते।
अगर आप भी इस आगे ग्रुप में आते हैं और एक स्टूडेंट हैं तो इन मिस्टेक के बारे में जानना आपके लिए बहुत जरूरी है ।जिससे आपकी सक्सेस जर्नी का सबसे इंपॉर्टेंट पार्ट मतलाप आप की स्टूडेंट लाइफ इन गलतियों की वजह से अफेक्ट ना हो, और कोनसी ये साथ मिस्टेक यह जाने के हम आज के इस आर्टिकल में जानेंगे।
1.Miscommunication
बात करें पहले
mistake की वो है
मिसकम्युनिकेशन ।
आपकी क्लास में
कुछ स्टूडेंट चाहते
होंगे जो अपनी
बात अच्छी तरह
से रख पाते
हैं। चाहे वो
टीचर के सामने
बोल रहा हूं,प्रिंसिपल के सामने
बोल रहा हूं
या फिर पेरेंट्स
के सामने ।लेकिन
वहीं कुछ स्टूडेंट्स
ऐसे भी होते
हैं जो प्रॉपर्ली
कम्युनिकेट नहीं कर
पाते। कुछ पूछना
हो या फिर
अपनी प्रॉब्लम शेयर
करनी हो। वह
अपनी बात ठीक
करा से नहीं
रख पाते। रीजन
कम्युनिकेशन स्किल की कमी
।इनमें से कुछ
स्टूडेंट इंट्रोवर्ट होते हैं।जिस
वजह से वह
अपनी प्रॉब्लम शेयर
नहीं कर पाते
और इसी वजह
से वह स्ट्रेस
का शिकार भी
हो जाते हैं।
वह शायद फील
करते हैं की
अगर वह अपनी
प्रॉब्लम पिक्चर के साथ
शेयर करेंगे। तो
हो सकता है
कि पूरी क्लास
के सामने होने
एंबेरेसमेंट का सामना
करना पड़े। यह
प्रॉब्लम स्टूडेंट की ओवरऑल
पर्सनैलिटी डेवलपमेंट को बहुत
नुकसान पहुंचाती है ,इस
वजह से वो
नातो अपनी प्रॉब्लम
को शेयर कर
पाते हैं और
ना ही उसका
सलूशन मिल पाता
है ।तो अगर
आप भी यह
गलती करते हैं
तो इसको दोहराना
बंद कीजिये।
2.Skipping Breakfast
नंबर दो कीपिंग
ब्रेकफास्ट। रिसर्च की according 70% टीनएज
गर्ल्स और 60% टीनएज ब्वॉय
ब्रेकफास्ट skip कर देते
हैं। और यह
जानते हुए भी
कि ब्रेकफास्ट पूरे
दिन का सबसे
इंपॉर्टेंट मिल होता
है। वह ब्रेकफास्ट
नहीं करते।
ब्रेकफास्ट स्किप करना आपकी
फिजिकल हेल्थ पर तो
नेगेटिव असर डालता
ही है। इसके
साथ ही साथ
आपकी मेंटल हेल्थ
भी इससे काफी
अफेक्ट होती है।
आपकी अटेंशन पावर
और मेमोरी पर
भी इसका बहुत
बुरा असर पड़ता
है। अगर आप
चाहते हैं कि
आप अच्छे फोकस
के साथ स्टडी
करें,अच्छी तरह
कंसंट्रेट कर पाए
,तो ब्रेकफास्ट को
स्किप करना बंद
कीजिए। अपने दिन
की शुरुआत एक
हेल्दी ब्रेकफास्ट के साथ
कीजिए।
3.Not Learning Skill
स्टूडेंट लाइफ में फोन तो mostly स्टैंड के पास होता है, लेकिन उसका पॉजिटिव use ज्यादातर स्टूडेंट नहीं कर पाते। अगर आप भी यह गलती कर रहे हैं तो इससे बचना चाहिए। फोन का यूज कुछ नहीं स्कूल सीखने के लिए जरूर करें। कुछ ऐसा कर सकते हैं जिससे आप एडमिन भी कर सके। स्किल्स लाइक कंटेंट राइटिंग,graphic designing, यूट्यूब या फिर एफिलिएट मार्केटिंग ।ऐसी बहुत सारी अपॉर्चुनिटी ओर स्किल स्टूडेंट मिस कर देते हैं जिन्हें सिख कर वो कुछ अच्छा कर सकते हैं। इन स्किल्स के सीखने के लिए बहुत सारे इक्विपमेंट की जरूरत नहीं होती।
सिर्फ एक मोबाइल और इंटरनेट की दरकार है। और ये दोनों ही चीज़ सारे स्टूडेंट के पास होती हैं। पेर इसका use वो किसतरह करते है,वो उनके ऊपर depend करता है। एक उदाहरण के तौर पर अगर आपको लगता है कि आपके अंदर फोटोग्राफिक ही अच्छे स्किल हैं तो आप मोबाइल फोटोग्राफी की और भी एडवांस कॉलेज इंटरनेट से सिख कर फोटो को सॉफ्टवेयर और आई एम जैसे प्लेटफार्म पर sell कर सख्ते है।इसी तरह के और भी काफी सारे स्किल हैं ,जिन्हें आप easily सिख सकते हैं । अगर आपको लगता है कि आप उस काम को अच्छी तरह से कर पा रहे हो,creatively सोच सख्ते हो, तो फ्यूचर में उसी स्किल मैं करियर बनाने के बारे में भी आप सोच सकते हैं। इन्हें स्किल का use अगर आप part time के लिए करना चहिते हो fiver जैसी वेबसाइट का सहारा ले सख्ते हो।
4. Procrastination
प्रौरस्तीनशन का मतलब है किसी काम को delay या पोस्टपोंड करने की आदत।ये आदत tin-agers के अंदर ज्यादा होता है। यह एक कॉमन और सीरियस प्रॉब्लम है स्टूडेंट लाइफ की ।एग्जाम के लिए पढ़ाई करना है, लेकिन स्टूडेंट choose करेगा, फोन लेकर बैठना और सोशल मीडिया यूज करना, पढ़ाई को पोस्टपोंड करना, रात के लिए और उसके बाद फिर अगली सभा के लिए ।इसकी वजह से स्टूडेंट की अकादमिक परफॉरमेंस खराब होती है।
टाइम मैनेजमेंट नहीं हो पाता, रूटीन को फॉलो नही कर पाते। इसके साथ ही साथ इमोशनल वेल्डिंग का भी सत्य नाश हो जाता है। Procrastination अकेले नहीं आता। यह अपने साथ लेकर आता है ढेर सारे स्ट्रेस,ओर anxiety। जिसकी waza से स्टूडेंट low self esteem ,frustation, guilt felling पैदा होती है।लेकिन मैं रीज़न होती है, Lack ऑफ Confidence, fear ऑफ failure, लॅक ऑफ motivation,poor आर्गेनाईजेशन स्किल्स।अगर आप वी आज के काम को dealy करते हो तो ये बुरी आदत अवि खत्म करलो।
5. Not Getting Enough
Sleep फाउंडेशन
के द्वारा करि
गई रिसर्च के
according 45% teenagers 7 से
8 घंटे की नींद
नहीं ले पाते।
जिसकी वाज़ा से
वो दिनमे sleepy feel करते
है ,और उनकी
परफॉर्मेंस पेर negative effect पढ़ते है।
ये एक सीरियस
इशू है।जो स्टूडेंट
मियां common होता जा
रहा है। sleep deprivation मेमोरी
को affect करता है,
कंसंट्रेट नहीं कर
पाते, मूड डिसऑर्डर्स
पैदा हो जाते
हैं और एंजॉय
इशू वी पैदा
होने लगते हैं।
इररेगुलर sleep schedule स्टूडेंट के लिए
प्रॉब्लम कर सकता
है। अगर आप
भी ये मिस्टेक
करते हो तो
इसको अभी दूर
करके अपना एक
फिक्स्ड क्लिप स्कीडुले बनाईए
और उसे स्ट्रिक्टली
फॉलो करना शुरू
कीजिए। एक प्रॉपर
हाई क्वालिटी नहीं
लेना। आपके लिए
उतना ही जरूरी
होता है जितना
एग्जाम्स के लिए
पढ़ाई करना ।
6. Stress of Result
Student के माइंड में हमेशा एक डर बना रहता है, वो है अछे मार्क ना आने का डर। सभी स्टूडेंट टॉप करे या फिर अच्छे मार्क्स लेकर आएं, यह प्रैक्टिकली पॉसिबल नहीं है ।और अच्छे मार्क्स आपके फ्यूचर की गारंटी भी नहीं होते हैं। जरूरी नहीं है कि अगर आपके अच्छे मार्क्स आए हैं तो आप सक्सेसफुल बन जाओगे। ओर यह भी नहीं है की आप अच्छे मार्क्स नहीं लेकर आते तो आपका फ्यूचर खराब हो गया। फुल कॉलेज में कम मार्क्स आना कोई इशू नहीं है। लेकिन अगर आप actuely अपने स्किल्स पेर काम कर रहे हो, स्कूल जा कर ऐसा सिख रहे हो जो कि आपकी लाइफ में मदद करने वाला है।
इससे अच्छा आपके लिए
कुछ नहीं हो
सकता। नॉलेज के
लिए सिर्फ स्कूल
colllege पेर depend होना अब
पुरने बाथ हो
चुके है।आपके पास
अब इतना resourses हो
चुके है कि
अप्प जो चाहो
सिख सख्ते है।
हर टॉपिक के
बारे में नॉलेज
गेन कर सकते
हो। अगर आप
रट्टा मार्के 99% मार्क
लेकर आते हो,
वह आपके फ्यूचर
में मदद नहीं
करने वाले है।लेकिन
आपकी एक स्किल
आपकी पूरी लाइफ
चेंज करने के
पावर रखते हैं।
Thomas Alva Edison कोई टॉपर नही
थे। लेकिन आज
उन्हें सवि जानते
है। कुकी उन्होंने
कई बार फैल
होने के बाद
वी ऐसा invent किआ
की वो हमारे
लाइफ का एक
एहम हिस्सा है।
उन्ही का एक
quots है, "A Single
sheet of paper can't decide my future".
तो सिर्फ मार्क्स
लेन के लिए
मत पढ़िए नॉलेज
के लिए पढ़िए
और ज्यादा मार्क्स
लाने के स्ट्रेस
को खुद से
दूर रखेंए।
7.Dating
इस लिस्ट में लास्ट ही डेटिंग ।जिस age ग्रुप पर हम बात कर रहे हैं, उसमें opposite sex को तरफ अट्रैक्ट होना बहुत कॉमन सी बात है। इस attraction को प्यार का नाम देकर वह लंबे लंबे टाइम तक बातें करते है। अपना टाइम वेस्ट करते हैं। उसके बाद छोटी-छोटी बातों पर लड़ाई होने लगती है। और लास्ट में breakup। इस से स्टूडेंट का टाइम वेस्ट तो बेस होता ही है,उनकी मेंटल हेल्थ भी बहुत डिस्टर्ब होती है। इस age में break up जैसे चेज़ उनको depression की तरफ ले जाती है। एल्कोहल ,स्मोकिंग जैसी बुरी आदतो को बढ़ावा देती है। ओवरआल हर तरह से उनकी स्टडी बुरु तरह से affect हो चुकी होतु हौ। School life is not a good time to start a healthy relationship. Try कीजिये उन लोगोके साथ रहने का जो आपको आपका अचे फ्यूचर के लिए मोटीवेट करे।इस मिस्टेक को avoide करेए ओर अपना ध्यान productive आदतों पेर लगाइये।
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